महाराष्ट्र के गवर्नर कौन है?

23 जनवरी 2024 को, श्री रमेश बाइस महाराष्ट्र के 20वें गवर्नर के रूप में बैठे हुए हैं। उन्होंने इस पद पर 18 फरवरी 2023 को कदम रखा, और उनके पास पार्लियामेंटरी राजनीति, सामाजिक कार्य, और संगठन कार्य में पाँच दशकों से ज्यादा का अनुभव है।

गवर्नर की समारोही भूमिका और संवैधानिक कर्तव्य:

गवर्नर के रूप में, श्री बाइस महाराष्ट्र के संविधान के तय किए गए शक्तियों का पुर्नयोजन करते हैं और उनकी प्रमुख समारोही भूमिका है। वह राज्य के विश्वविद्यालयों के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करते हैं और उनके पास संविधान के अनुच्छेद 371(2) के तहत विभिन्न अनुसूचित जनजातियों और पिछड़ा वर्गों के विकास के लिए विशेष जिम्मेदारी भी है।

मुख्य कर्तव्यों में शामिल हैं मुख्यमंत्री और राज्य के अन्य मंत्रियों का नियुक्ति, राज्य विधायिका सभा का बिगाड़न, विधायिका सभा सत्र के अवधि में अध्यादेश प्रदान करना, क्षमादान और क्षमादान देना, और राज्य की सशस्त्र बलों के सर्वोच्च सेनानायक के रूप में कार्य करना।

पृष्ठभूमि और राजनीतिक सफ़र:

श्री बाइस का जन्म 2 अगस्त 1947 को छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुआ था, और उनके पास आर्ट्स और लॉ की डिग्री है। उनका राजनीतिक सफ़र 1972 में काउंसिलर के रूप में चयन होने से शुरू हुआ था। उन्होंने 1989 से 2019 तक सात बार लोक सभा में चयन होने के बाद रायपुर क्षेत्र का प्रतिष्ठान बनाए रखा। उन्होंने सूचना और प्रसारण, खानी, और पर्यावरण और वनमंत्री के रूप में मंत्रीपद भी संभाला।

गवर्नरशिप की भूमिका:

2019 में, उन्हें 18वें गवर्नर के रूप में त्रिपुरा में नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने बांस के उत्पादों और सतत विकास पर ध्यान केंद्रित किया। 2021 में, उन्होंने झारखंड के 10वें गवर्नर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें श्री सम्मेद शिखरजी जैन तीर्थयात्रा स्थल को वाणिज्यीकरण से बचाने में सहायक होते हुए दिखे गए। 18 फरवरी 2023 से उन्होंने महाराष्ट्र के 20वें गवर्नर के रूप में कार्य किया है।

महाराष्ट्र के गवर्नर के मुख्य कर्तव्य:

महाराष्ट्र में, श्री बाइस भारत के राष्ट्रपति के आधिकारिक प्रतिष्ठानुमानकर्ता के रूप में कार्य करते हैं, समारोहों का उद्घाटन करते हैं और राज्य विधानमंडल को संबोधित करते हैं। उनकी कुशलता में मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के नियुक्ति, विधानमंडल का बिगाड़न, अवधि के बीच अध्यादेश प्रदान, क्षमादान और क्षमादान, और राज्य की न्यायिक प्राधिकृतियों द्वारा दोषित किए गए कैदियों को क्षमा, क्षमादान, और क्षमादान देने की शक्ति है।

महाराष्ट्र में पहलुओं और पूरा करने वाले कार्यक्रम:

श्री बाइस ने 500 से अधिक ऊंटों को बचाने और पुनर्वास करने में अपनी भूमिका का प्रदर्शन किया है, जिन्हें गोली मारकर मारने से बचाया। उन्होंने प्रदूषण और पर्यावरण संरक्षण के लिए आवाज बुलंद किया, शिक्षा और कौशल विकास को महत्वपूर्ण बनाए रखने का महत्व दिया, खासकर युवा के लिए।

चुनौतियाँ और भविष्य की दृष्टि:

गवर्नर को महाराष्ट्र जैसे एक जटिल और विविध राज्य में अपने संवैधानिक कर्तव्यों को राजनीतिक दृष्टिकोण के साथ संतुलित रखने की चुनौती है। किसानों के दुःख, बेरोजगारी, और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों का सामना करना, जो बहुपक्षीय समाधान और सहयोगी प्रयासों की आवश्यकता है। साथ ही, राज्य की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता के बीच एकता बनाए रखने के लिए समाज में सामंजस्य बढ़ाना भी उनकी प्राथमिकता है।

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