पटना, बिहार – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बड़े मंत्रिमंडल फेरबदल में आलोक कुमार मेहता को बिहार का नया शिक्षा मंत्री नियुक्त किया है। मेहता, चंद्र शेखर की जगह लेंगे, जिन्हें गन्ना विकास मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है।
यह आश्चर्यजनक फेरबदल 20 जनवरी, 2024 को अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पाठक की छुट्टी से लौटने के बाद घोषित किया गया। राजनीतिक गलियारों में बिहार के शिक्षा मंत्रालय में इस अचानक बदलाव पर चर्चाएं जोरों पर हैं।
मेहता की नियुक्ति से पिछले दो वर्षों में बिहार के तीसरे शिक्षा मंत्री का सृजन हुआ है। पिछले मंत्री, मेवालाल चौधरी को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते 2020 में इस्तीफा देना पड़ा था।
इधर, चंद्र शेखर के विवादास्पद बयानों ने हाल ही में घोर विरोध की ललकियां दिखाई थीं। उनकी हटाई और मेहता की नियुक्ति को विभाग को प्रभावित करने वाली समस्याओं को ठीक करने का प्रयास माना जा रहा है।
शिक्षा मंत्रालय के अलावा, राजस्व और भूमि संसाधन विभाग का प्रभार अब ललित यादव को सौंपा गया है। यादव अपना मौजूदा लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग भी संभालेंगे।
रिपोर्टों के अनुसार, यह फेरबदल आरजेडी नेता तेजस्वी यादव द्वारा प्रमुख विभागों के संचालन पर असंतोष व्यक्त करने के बाद हुआ है। गठबंधन साझेदार के रूप में, मंत्रिमंडल में बदलाव आरजेडी के बढ़ते प्रभाव को दर्शाते हैं।
मेहता के नेतृत्व में, शिक्षा मंत्रालय से शिक्षा की वितरण और गुणवत्ता में सुधार के लिए सुधार और नवाचार की उम्मीद है। नए मंत्री पर शिक्षा संकेतकों पर बिहार को निचले स्तर से ऊपर लाने की उच्च जन अपेक्षाएं हैं।